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महाशिवरात्रि व्रत के नियम क्या है? शिवरात्रि व्रत में क्या नहीं खाना चाहिए?

18 फरवरी 2023 शनिवार के दिन सर्वार्थ सिद्धि और वरियान योग के साथ ही वाशी योग, सुनफा योग, शंख योग और त्रिग्रही योग में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन व्रत रखकर शिवजी की पूजा करने से वे बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। आओ जानते हैं महाशिवरात्रि व्रत के नियम और व्रत में क्या खा सकते हैं।

 

महाशिवरात्रि व्रत के नियम | Mahashivratri vrat ke niyam :-

– महाशिवरात्रि चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। चतुर्दशी तिथि के प्रारंभ होने से पहले ही व्रत का संकल्प लें या उदयातिथि है तो प्रात: काल ही व्रत का संकल्प लें।

 

– यदि आप निर्जल व्रत रख रहे हैं तो फिर पूरे दिन पानी भी नहीं पीते हैं

 

– यदि एक समय का व्रत रख रहे हैं तो फिर दूसरे समय फलाहार नहीं करते हैं। यानि एक समय भोजन कर सकते हैं।

 

– यदि आप पूर्ण उपवास रख रहे हैं तो न तो फलाहार लेते हैं और न भोजन। तब मात्र जल ही लेते हैं।

 

– फलाहार उपवास करने वाले भक्त दिनभर किसी भी फल का सेवन कर सकते हैं।

 

– व्रत के दौरान पूजा के बाद कथा अवश्य सुनें।

 

– दूसरे दिन प्रातः जौ, तिल-खीर तथा बेलपत्रों का हवन करके ब्राह्मणों को भोजन कराकर व्रत का पारण करना चाहिए।

शिवरात्रि व्रत में क्या खाना चाहिए क्या नहीं | shivratri vrat me kya khana chahiye:-

 

क्या खाएं- साबूदाना खिचड़ी, सिंघाड़े का हलवा, कुट्टू के आटे की पूड़ी, सामा के चावल, आलू का हलवा खा सकते हैं।

 

क्या न खाएं- दाल, चावल, गेहूं या कोई भी साबुत अनाज और सादे नमक का उपयोग नहीं कर सकते। सेंधा नमक खास सकते हैं। 

 

– भगवान शंकर पर चढ़ाया गया नैवेद्य खाना निषिद्ध है। यदि शिव की मूर्ति के पास शालिग्राम हों तो नैवेद्य खाने का कोई दोष नहीं होता।